अमित शाह की जीवनी (Amit Shah ki Jivani In Hindi). 🚩अमित शाह: भारतीय राजनीति का धुरंधर (Amit Shah: Stalwart of Indian Politics)
अमित शाह: रणनीतिकार से गृह मंत्री तक का सफर
अमित शाह, भारतीय राजनीति का एक चर्चित और विवादास्पद नाम, जिनका सफर एक व्यापारी से रणनीतिकार और फिर देश के गृह मंत्री बनने तक का रहा है। उनके जीवन और करियर के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से नज़र डालते हैं:
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Early Life and Political Beginnings)
22 अक्टूबर, 1964 को मुंबई में जन्मे अमित शाह का संबंध गुजरात के एक संपन्न व्यापारी परिवार से था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गुजरात और मुंबई में हुई। बचपन से ही राष्ट्रवाद से प्रभावित, उन्होंने कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – आरएसएस (RSS) से जुड़ाव बना लिया। इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में बीएससी (बायोकेमिस्ट्री) की पढ़ाई पूरी की और अपने परिवार के प्लास्टिक के पाइप के व्यवसाय में शामिल हो गए।
अमित शाह वेबसाइट – amitshah.co.in
अमित शाह का पूरा नाम – अमित अनिलचंद्र शाह (Amit Anilchandra Shah)
अमित शाह पिता का नाम – Anilchandra Gokaldas Shah
अमित शाह की कुल संपत्ति कितनी है – 40 करोड़
अमित शाह पर कितने केस है – मायनेता और अन्य जानकारी के मुताबि 4 केस है
अमित शाह कौन सी बिरादरी है – गुजराती हिन्दू वैष्णव बनिया
राजनीतिक पारी की शुरुआत
राजनीति में उनकी रुचि आरएसएस के माध्यम से ही विकसित हुई। 1980 के दशक में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की। गुजरात में संगठन स्तर पर काम करते हुए, उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई। 1990 के दशक में, वह गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के निकट सहयोगी बन गए।
रणनीतिकार की छवि
अमित शाह को एक कुशल रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है। उन्होंने गुजरात में भाजपा की कई चुनावी जीतों में अहम भूमिका निभाई, खासकर 2002 के दंगों के बाद भाजपा को सत्ता में वापस लाने में उनकी रणनीति को निर्णायक माना जाता है। अपनी चुनावी रणनीतियों और संगठन कौशल के चलते उन्हें “चुनाव-चक्रवर्ती” की उपाधि भी दी गई।
भाजपा (BJP) अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल
2014 में भाजपा की केंद्र में जीत के बाद उन्हें पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनके अध्यक्ष रहते हुए पार्टी ने कई राज्यों में चुनाव जीते और भारत के इतिहास में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने और सोशल मीडिया का प्रभावी इस्तेमाल करने जैसे उनके कदमों को सराहा गया।
गृह मंत्री के रूप में विवादास्पद फैसले (Controversial Decisions as Home Minister)
2019 में, शाह को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में गृह मंत्री बनाया गया था। उन्होंने अपने कार्यकाल में बहुत बड़े फैसले लिए, जिनमें जम्मू-कश्मीर से कलम 370 को हटाना, नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लागू करना और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) बनाने का प्रयास शामिल है। इन फैसलों ने देश में तीव्र बहस छेड़ दी है।
उनके कार्यकाल में आंतरिक सुरक्षा और सीमा पार आतंकवाद को लेकर उठाए गए कदमों की प्रशंसा भी की गई है, वहीं कई विपक्षी दलों और मानवाधिकार संगठनों द्वारा उनके इन फैसलों की कड़ी आलोचना भी हुई है।
विवादों और आलोचनाएं
अमित शाह के राजनीतिक करियर में विवादों का भी सामना करना पड़ा है। 2002 के गुजरात दंगों के दौरान उनकी भूमिका को लेकर उन्हें विपक्ष द्वारा लगातार निशाना बनाया जाता है। इसके अलावा, नागरिकता संशोधन अधिनियम और जम्मू-कश्मीर को लेकर लिए गए फैसलों के भी उनके विरोध हुआ है। कुछ आलोचक उनकी कार्यशैली को अधिनायकवादी भी बताते हैं।
निष्कर्ष
अमित शाह भारतीय राजनीति के वर्तमान परिदृश्य में एक प्रभावशाली नेता हैं। उनके समर्थक उन्हें एक दूरदर्शी नेता मानते हैं, जबकि उनके आलोचक उन्हें देश की संवैधानिक धाराओं और सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने वाला मानते हैं। इतिहास उनके कार्यकाल का आकलन करेगा, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे एक ऐसा नेता हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति पर अपनी गहरी छाप छोड़ी है।
अमित शाह कौन सी जाती है?
गुजराती हिन्दू वैष्णव बनिया
अमित शाह कौन है
भारत के गृह मंत्री हैं (2024)