दाद का उपचार और घरेलु दवा – Daad ka ilaj Hindi
दाद को जड़ से खत्म करने की घरेलु दवा - Ringworm in Hindi
दाद की दवा – दाद छाजन एक ऐसा रोग है जिसमे अत्यंत खुजलीदार त्वचा के धब्बे पैदा होते हैं और ये किसी भी अलर्जी से उत्पन्न होता है जिस से कि सूजन भी पैदा होती है.दाद छाजन में त्वचा में खुजलीदार, सूखे, लाल धब्बे पढ़ने लगते है. छाजन उन लोगों में पाया जाता है जिनको अस्थमा या तेज बुखार आ चुका होता है. दाद और खाज खुजली में ज्यादा फरक नही है, दोनों पे एक ही तरह का उपचार कर सकते है.
दाद छाजन का रोग अपच होने, लू लगने, खून में विकार रहने, साबुन, चूने का अत्याधिक प्रयोग करने से तथा स्त्रियों में मासिक धर्म की गड़बड़ियों की वजह से होता है। यह रोग हाथ, पैर, मुँह, कोहनी, गर्दन, पेट आदि कहीं पर भी हो सकता है। लाल लाल फुन्सीयां शरीर पर हो जाती हैं और कई बार चकत्ते भी हो जाते हैं। कभी कभी यह चकत्ते फैलने भी लगते हैं. Daad in english is Ringworm.
दाद (छाजन) के कुछ मुख्य लक्छण – Daad ke lakshan
- दाद छाजन में त्वचा में खुजलीदार हो जाती है.
- एक रोग में त्वचा पूरी तरह दे सुखी और रूखी हो जाती है.
- दाद वाली जगह पर लाल चित्ते पड़ने लगते है.
- दाद वाली जगह पर सुजन भी आने लगती है.
- यह दाद धीरे धीरे पूरी शरीर पर फेलने लगता है.
दाद (छाजन) होने के कुछ मुख्य कारण – Daad khaj khujli ke karan
- खान पन में अत्यधिक मिर्च मसाले, मिठाई, तेल और अचार, खट्टी चीजे से ये रोग होता है.
- यह रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति मे भी फैलता है.
- किसी प्रकार की एलर्जी होने पे भी ये रोग हो सकता है.
- यह एक पारिवारिक रोग भी हो सकता है.
दाद का घरेलू उपचार – Daad ka ilaj Gharelu Dawa Hindi
1. दाद को जड़ से खत्म करने की दवा जैसे भूना हुआ सुहागा तथा भुनी हुयी फिटकरी को सामान मात्रा में मिला केर दाग पर लगाए आराम मिलेगा.
2. नींबू का छिलका दाद पर मलने से भी मिलता आराम है.
3. नींबू का रस और सुहागे को मिलाकर लगाये.
4. सर्वप्रथम मिर्च मसाले,तेल और अचार, मिठाई खट्टी चीजे खाना बंद कर दीजिये.
5. नींबूऔर तुलसी के पतों का रस बनाकर दाद पर लगायें.
6. तुलसी के पत्तों का रस और उसमे थोड़ा सा नमक मिलाकर दिन में दो बार लगाए.
7. पपीते का कच्चा दूध और आक का दूध शहद में मिलाकर लगाने से दाद में आराम मिलता है.
8. हल्दी को पानी में घिसकर लेप बनायें और छाजन पर लगायें आराम मिलता है.
9. काजू के छिलके का तेल लगाने से दाद में आराम मिलता है.
10. दूब और हल्दी को पीसकर लेप बनायें और दाद पर लगायें.
दाद खाज खुजली मुख्य चार प्रकार कि होती है – Daad Ka Prakar
1.टीनिया क्रूरीस – इस प्रकार की दाद खाज खुजली मुख्य: जोड़ो जैसे की जांघे और नितम्बों के आस-पास की त्वचा पर होती है.
2.टीनिया पैडिस – इस प्रकार की दाद खाज खुजली मुख्य: बहार जाना जैसे की सार्वजनिक स्थान पर नंगे पाँव जाने से इसका खतरा अधिक रहता है.
3.टीनिया कैपीटीस– इस प्रकार की दाद खाज खुजली मुख्य: सिर की त्वचा जो की कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है, इससे आमतौर पैर सिर के कुछ हिस्सों में गंजापन दिखने लगता है
4.टीनिया बार्बी– इस प्रकार की दाद खाज खुजली मुख्य: दाढ़ी वाले क्षेत्र और गर्दन पर होता है और इसे कई बाल टूटने लगते है.
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए
दाद (छाजन) एक फंगल संक्रमण के कारण होता जिसमें की व्यक्ति को अत्यदिक खुजली एवं जलन होने लगती और बढ़ी ही आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को भी संक्रमित कर देती है. उपचार में देरी इस रोग को बढ़ावा ही देती है और दाद बड़ी ही आसानी से फैलता है. साथ ही साथ खुजली एवं जलन से व्यक्ति परेशान रहता है. इसलिए इस रोग का शुरुआत में ही घरेलू उपचार करना चाहिए लेकिन यदि आराम न मिले तो तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए ताकि दाग को बढ़ने से रोका जाय.